Home साहित्य दर्पण MANKAHI:-चार दीवारे… गुरतेज सिंह

MANKAHI:-चार दीवारे… गुरतेज सिंह

0 second read
0
0
9

गुरतेज सिंह :

चार दीवारें : – घर की चार दीवारों में बस कुछ कुछ लोग ही नही, कितने अधमरे ख़्वाब, अधूरी ख्वाहिशें और टूटे सपने भी रहते हैं ।।

आंखों में बिखरा हुआ टूटा सा कितना कुछ लेके घूमती है घर की औरतें, कभी उनसे भी दिल भर के बातें कीजिए अच्छा लगेगा

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Check Also

डॉ विक्रम मेमोरियल चैरिटेबल ट्रस्ट द्वारा किडनी डोनर सम्मान एवं किडनी स्वास्थ्य जागरूकता समारोह का आयोजन

–समारोह में 24 किडनी डोनर्स सम्मानित,  75 प्रतिशत महिलाओं ने अपने सगे संबंधियों को अ…